32 अंगुलियों वाली महिला की कहानी: डायन का ताना सुन घर छोडऩे को हुई मजबूर
ओडिशा के गंजाम में 63 वर्षीया नायक कुमारी के हाथ और पैराें में अंगुलियों की असंगत संख्या होने के कारण लोग उन्हें डायन कहकर पुकारते हैं।
By Babita kashyapEdited By: Updated: Mon, 25 Nov 2019 08:19 AM (IST)
गंजाम, एएनआइ। ओडिशा के गंजाम में रहने वाली 63 वर्षीया महिला नायक कुमारी अपनी अंगुलियों को असंगत संख्या के कारण लोगों की उपेक्षा का शिकार हो रही है लोग उसे डायन कहकर पुकारते हैं जिससे अब वह घर छोडऩे को मजबूर हो गयी है। पैरों में 20 और हाथों में 12 उंगलियां होने की वजह से लोग उसे आम महिला नहीं समझते कोई उसके पास नहीं जाता और उससे बात भी नहीं करता।
ओडिशा के गंजाम में जन्मी 63 वर्षीया नायक कुमारी पॉलीडैक्टली नामक जन्मजात बीमारी सी पीडि़त हैं। इस बीमारी की वजह से उनके हाथ उनके पैरों की अंगुलियों की संख्या सामान्य से ज्यादा है। जिसे लोग अशुभ मानते हैं और उसे ताने मारते हैं जिसकी वजह से परेशान नायक अब घर छोडऩे को मजबूर है। नायक का कहना है कि गरीब होने के कारण वह इलाज करवाने में असमर्थ है। इतने साल बीत जाने के बाद भी मेरे प्रति लोगों की सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। लोग मुझसे दूर रहते हैं और ताने कसते हैं। अब मैं अलोचनाओं की आदी हो गई हूं, लोग अगर मेरे पास आते भी हैं तो सिर्फ मेरे हाथों और पैरों की अंगुलिया गिनने।
क्या होती है पॉलीडैक्टलीहाथों में पैरों में सामान्य से अधिक अंगुलियां पॉलीडैक्टली बीमारी कहलाती है। दरअसल मां के गर्भकाल में ही भ्रूण की ज्यादा अंगुलियां विकसित हो जाती है। आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर के 700 से 1000 में कभी कोई एक ऐसा केस होता है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान अल्ट्रासाउंड के जरिये इसका पता लगाया जा सकता है। बॉस्टन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के मुताबिक, विकसित देशों में ऐसा मामला सामने आते ही बच्चे की दो वर्ष की उम्र में इन अंगुलियां को ऑपरेशन कर अलग कर दिया जाता है।
पहले भी देखे गये हैं ऐसे कई मामले- गुजरात में रहने वाले देवेंद्र सूथर के हाथ पैरों में सात-सात अंगुलियां होने की खबर आयी थी जिसकी वजह से उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है। पेशे से बढ़ई देवेंद्र दुनिया के एकमात्र ऐसे इंसान हैं जिन्हें मैक्सिमम फिंगर्स मैन भी कहा जाता है। देवेंद्र के परिवार में अन्य सभी लोग सामान्य हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर होने के बाद भी देवेंद्र को किसी प्रकार की आर्थिक मदद नहीं मिल सकी।
- ऐसे ही 2010 में अक्षत का नाम भी गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था, उनके हाथों और पैरों में भी सात-सात अंगुलियां थी। लेकिन बाद में सर्जरी के द्वारा उन्हें सही किया गया था। इसलिए बाद में ये रिकॉर्ड देवेंद्र के नाम कर दिया गया। - चीन में रहने वाले 21 वर्षीय अजुन के जन्म के समय उनके दांये पैर में नौ अंगुलियां थी जिन्हें बाद में सर्जरी के द्वारा ठीक कर दिया गया।
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